डीपीएस तत्वमसि कार्यक्रम में भारत की संस्कृति का दर्पण - रावत त्रिभुवन सिंह

महेश शिक्षण संस्थान संस्थान द्वारा संचालित दिल्ली पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल बाड़मेर में वार्षिक उत्सव तत्वमसि एक पर्व के रूप में जिला कलेक्टर लोक बंधु मुख्य अतिथि तथा सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस दीपक भार्गव की अध्यक्षता में आयोजित किया गया |

डीपीएस  तत्वमसि कार्यक्रम में भारत की संस्कृति का दर्पण     - रावत त्रिभुवन सिंह
डीपीएस  तत्वमसि कार्यक्रम में भारत की संस्कृति का दर्पण     - रावत त्रिभुवन सिंह
डीपीएस  तत्वमसि कार्यक्रम में भारत की संस्कृति का दर्पण     - रावत त्रिभुवन सिंह
डीपीएस  तत्वमसि कार्यक्रम में भारत की संस्कृति का दर्पण     - रावत त्रिभुवन सिंह

 महेश शिक्षण संस्थान संस्थान द्वारा संचालित दिल्ली पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल बाड़मेर में वार्षिक उत्सव तत्वमसि एक पर्व के रूप में जिला कलेक्टर लोक बंधु मुख्य अतिथि  तथा सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस दीपक भार्गव की अध्यक्षता में आयोजित किया गया  | कार्यक्रम के  मुख्या वक्ता  रावत त्रिभुवन सिंह और जालोर विधायक जोगेश्वर गर्ग रहे वही  विशिष्ट अतिथियों में जिला प्रचारक राष्ट्रीय सेवा संघ तरुण कुमार, प्रांत संगठन मंत्री पूर्णसिंह शाहपुरा, डॉ प्रियंका चौधरी, समाजसेवी युवा उद्यमी जोगेंद्र सिंह चौहान, कैप्टन हीरसिंह भाटी,पृथ्वीराज चंडक, कैप्टन डॉ. आदर्श किशोर जाणी, बाल सिंह राठौड़, प्रधानाचार्य केवी मनोज रामावत उपस्थित रहे | अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया विद्यालय  की प्राचार्या सोनल देवड़ा ने  स्कूल की वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत कराते हुए सभी गतिविधियों को अवगत करते हुए कहा कि बालकों ने अलग-अलग प्रतियोगिता और गतिविधियों द्वारा अपनी बुद्धि और मानसिक कौशल का प्रदर्शन किया स्कूल में समय-समय पर अलग-अलग प्रतियोगिताएं और खेलकूद  के माध्यम से अपने हुनर को दिखाते हुए अपनी जीवन शैली को दर्शाते रहे हैं  | 
  मुख्य वक्ता रावत  त्रिभुवन सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि डीपीएस आज भारत की संस्कृति का दर्पण दिख रहा  इस को कोटि-कोटि प्रणाम विद्यालय द्वारा वार्षिक उत्सव का नाम तत्वमसि के माध्यम से  भारत की  सस्कृति को दर्शाया जैसा नाम वैसा कार्यक्रम अपने शास्त्रीय नृत्य के माध्यम से भारत की वास्तविक संस्कृति को प्रस्तुत किया वही बालकों ने  आधुनिक विचारधारा को भी दिखाने का प्रयत्न किया कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा लोक-परलोक विचारधाराओं का समावेश करते हुए  भारतवर्ष की रचनात्मक एवं कलात्मक संस्कृति तथा वास्तविक प्रकृति से रूबरू कराया  | शिक्षा वह माध्यम है जिसके द्वारा भक्ति और संस्कृति दोनों का रस है | बाड़मेर रावत ने कहा कि राजस्थान हरियाणा मिजोरम बंगाल आसाम केरल  राज्यों की संस्कृति को एक रूप देते हुए भारत की संस्कृति को प्रस्तुत किया | विद्यार्थियों द्वारा राजस्थानी नाटक द्वारा जागरूकता का रूप देते हुए गांव की संस्कृति को दर्शाने का प्रयत्न किया कि हम ग्रामवासी किस प्रकार स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें | 
  जालोर विधायक जोगेश्वर गर्ग  ने अपने उद्बोधन में कहा कि संपूर्ण कार्यक्रम भक्ति और सांस्कृतिक का प्रतिरूप रहा जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों द्वारा कलात्मक कार्यक्रम को दर्शाते हुए जीवन के वह सब पहलू को दर्शाया जो आज के आधुनिक युग में घटित हो रहा है |  चुनौतियों का सामना करने के लिए आने वाली पीढ़ी को उसके लिए तेयार  करना होगा विद्या ही इन सभी चुनौतियों का एकमात्र उपाय है | इसलिए अपने देश के भविष्य को नीव से मजबूत करना होगा तभी अपने देश का उज्जवल भविष्य होगा बालक ही तो देश के भविष्य है |  विद्यालय के निदेशक डॉ प्रदीप राठी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि  विद्यालय परिवार द्वारा इस कार्यक्रम को पूर्ण करने के लिए अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत कार्यक्रम के प्रारंभ में ही नन्हे-मुन्ने बालकों द्वारा भारतीय शास्त्रीय नृत्य के माध्यम से प्रमुख शैलियाँ  को प्रस्तुत कर अभिभावकों का मन  मंत्रमुग्ध कर दिया | वाका वाका द्वारा बालकों ने आधुनिक परंपराओं को प्रस्तुत किया कैटरपिलर नृत्य द्वारा बालको ने जीवन की उड़ान भरने का हुनर दिखाने का प्रयत्न किया वही डिस्को के माध्यम से बालकों के मन की धुन को प्रस्तुत किया स्केट हार्मोनी द्वारा बालकों ने अपने हुनर को दिखाया | केरल नृत्य  द्वारा राज्य की संस्कृति को प्रस्तुत किया वहीं गोवा, मराठी नृत्य, हरियाणा नृत्य, कव्वाली, राजस्थानी, राजस्थानी नाटक,  मिंजोरम नृत्य, बंगाल आसाम नृत्य, और खेलकूद  द्वारा कार्यक्रम को  रंगारंग किया  | इस कार्यक्रम में राजेन्द्रसिंह चौहान , कैलाश कोटड़ीया नरपतराज मूढ़ शहर के गणमान्य सदस्य विभिन्न संस्थाओं से पधारे हुए पदाधिकारी सभी अभिभावक और विद्यार्थी उपस्थित रहे |