राजस्थानी युवा समिति का 'हैलो मायड़ भासा रो" कार्यक्रम 25 दिसम्बर को शाम 4 बजे से स्वरूप विलास, मोती डूंगरी अलवर में।

राजस्थानी भाषा को मान्यता देने का आंदोलन दिनों दिन तेज़ होता जा रहा हैं। जोधपुर,जयपुर,उदयपुर के बाद अब कल अलवर में कार्यक्रम।

राजस्थानी युवा समिति का 'हैलो मायड़ भासा रो" कार्यक्रम 25 दिसम्बर को शाम 4 बजे से स्वरूप विलास, मोती डूंगरी अलवर में।

दैनिक लोकमत,अलवर : राजस्थानी युवा समिति का 'हेलो मायड़ भासा रो' कार्यक्रम का आयोजन 25 दिसम्बर शाम 4:00 बजे से मोटी डूंगरी स्थित स्वरूप विलास में होगा। समिति की जयपुर कार्यकारिणी से शुभम ने बताया की युवाओ को राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए आंदोलन से जोडने के लिये इस मुद्दे को जन आंदोलन बनाने के लिये राजस्थानी युवा समिति राज्य के अंदर घूम घूम कर 'हेलो मायड़ भासा रो' कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। 

25 दिसंबर को होने वाले राजस्थानी युवा समिति के इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राजस्थानी युवा समिति के राष्ट्रीय सलाहकार एवं इतिहास के अध्यापक राजवीर सिंह चलकोइ करेंगे।साहित्यकार,कवि एवं गीतकार राजस्थानी को राजभाषा बनाने के विषय पर युवाओ से चर्चा करेंगे एवं बतायेंगे कैसे बृज,मेवाती और अन्य सभी बोलियां राजस्थानी को समृद्ध करती है।कार्यक्रम में प्रवेश नि:शुल्क है, 3:00 बजे से लोग प्रवेश कर सकेंगे।
इस कार्यक्रम के हेतु राजस्थानी भाषा की मान्यता का महत्व युवाओ तक पहुँचाने की कोशिश हो रही है। 
समिति से रोहन ने बताया कि राजस्थानी युवा समिति पूरे प्रदेश में राजस्थानी भाषा की मान्यता हेतु जागरुकता की मुहीम चला रही है, इसमे राज्य के सभी जिलो एवं संभाग की युवा शक्ति को इस अभियान से जोड़ने का काम हो रहा है। 

समिति से राजेन्द्र एवम अनिल ने बताया  कि राजस्थानी भासा की मान्यता हेतु चल रहे निरंतर प्रयासो में ये अलवर में सबसे बड़ा आयोजन होने जा रहा है यहां के युवाओं मे इस आयोजन को लेकर जबरदस्त उत्साह है राजस्थानी युवा समिति के सदस्य हर जिले से इस आयोजन में पहुंच रहे है। 

समिति की जयपुर कार्यकारिणी से विष्णु ने बताया राष्ट्रीय सलाहकार राजवीर सिंह चलकोई राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिये हो रहे आयोजन में जुड़ने के लिये सभी अलवर वासियो का सहयोग एवं साथ मांगने 25 को जयपुर में युवाओं से सम्वाद करेंगे एवं मान्यत मिलेगी तो क्या क्या फायदे होंगे वो समझाएंगे।